
काश! प्रभारी मंत्री वेदपुरा के अलावा अन्य गांवों में भी पहुंच जाते

- समाजसेवी आगे नहीं आते तो प्रशासन के भरोसे भूखे मर जाते हम
मुरैना. बाढ़ प्रभावित गांवों में प्रशासन की राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। वेदपुरा में प्रभारी मंत्री पहुंचे तो दो दिन इस गांव में प्रशासन ने राहत सामग्री वितरित करवा दी उसके बाद न अधिकारी पहुंचे और न राहत सामग्री। जुगुरुआ पुरा, आमली पुरा, होराबरा, छौ पुरा, बिरजा पुरा, बीलगाढ़ा, मल्हपुरा के बाढ़ पीडि़तों का कहना हैं कि काश! प्रभारी मंत्री हमारे गांव आते तो हमको भी दो दिन भोजन मिल जाता क्योंकि वेदपुरा प्रभारी मंत्री पहुंचे तो कम से कम वहां के लोगों को प्रशासन ने दो दिन तो भोजन भिजवा ही दिया।
राहत सामग्री वितरण हेतु कलेक्टर को लिखा पत्र
समाजसेवी व जनपद सदस्य सीमा जयपाल सिकरवार ने कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि वेदपुरा की तरह बाढ़ प्रभावित होराबरा, जुगुरुआ पुरा, अमालीपुरा, बीलगढ़ा, मल्हपुरा, छौ पुरा, बिरजा पुरा सहित अन्य बाढ़ पीडि़त गांवों में राशन वितरण कराया जाए। सिर्फ वेदपुरा गांव में प्रभारी मंत्री पहुंच गए तो वहां दो दिन राशन वितरित कर दिया गया लेकिन अन्य गांवों में तो राशन छोडि़ए कोई अधिकारी पहुंचा भी नहीं हैं। जनपद पंचायत पहाडगढ के ग्राम पंचायत चिन्नोनी चम्बल में शासन प्रशासन द्वारा किसी भी तरह की कोई भी राहत सामग्री एवं जिले के कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है एवं मेरी ग्राम पंचायत तिन्दोखर में भी केवल प्रशाशन द्वारा दो दिन का खाना दिया गया है और मेरे यहां केवल जिला कलेक्टर उपस्थित रहे हैं और आज भी समाज सेवी संस्थाओं द्वारा खाने की व्यवस्था कराई जा रही है जिला प्रशासन से अनुरोण है कि वेदपुरा के अलावा क्षेत्र में और भी बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र थे लेकिन नेताओं की वजह से प्रशासन का ध्यान केवल वेदपुरा पर ही आकर्षित रहा है इस जमीनी हकीकत की बुनियादा तक पहुंचने का काम शासन को करना चाहिए। जिलाधीश से मांग करती हूं कि जो राहत सामग्री प्रशाशन द्वारा वेदपुरा में वितरण की गई है वह बाढ़ से प्रभावित हर क्षेत्र में वितरण की व्यवस्था की जाये
जो भेदभाव जनता के साथ किया जारहा है वह निंदनीय हैं।
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