MP विधानसभा में अब विधायक नहीं बोल पाएंगे पप्पू, बंटाधार और मामू जैसे शब्द, बोले तो होगी मुश्किल
भारत की संसद ने उन शब्दों की एक सूची बनाई है जिनका उपयोग भारत के संविधान के अनुच्छेद 105 (2) के तहत संसद सदस्य नहीं प्रयोग कर सकते हैं
मध्य प्रदेश की विधानसभा में जल्द ही ऐसे शब्दों की एक सूची बनने जा रही है. जिन्हे सभ्य भाषा का सूचक नहीं माना जाता है. दरअसल इस बजट सत्र में कई बार विधायकों ने विधानसभा की कार्ऱवाई के दौरान पप्पू, बंटाधार, झूठा, गोदी, फेकू, मामू, मंदबुद्धि जैसे कई शब्दों के यूज किया है. जिसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि ‘बजट सत्र के दौरान, हमें कार्यवाही की किताब से बहुत से शब्दों को हटाना होगा क्योंकि विधायकों ने कार्यवाही के दौरान कई अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया है’.
विधानसभा अध्यक्ष ने आगे कहा, हम एमपी विधानसभा में ऐसे शब्दों की सूची बनाने जा रहे हैं जो अशोभनीय हैं और इन शब्दों का प्रयोग आमतौर पर राजनेता सदन में एक दूसरे पर हमला करने के लिए करते हैं. भारत की संसद ने उन शब्दों की एक सूची बनाई है जिनका उपयोग भारत के संविधान के अनुच्छेद 105 (2) के तहत संसद सदस्यों द्वारा नहीं किया जा सकता है. तो इसलिए एमपी विधानसभा में भी जल्द ही ऐसे शब्दों की सूची बनने जा रही है. इसी के ही साथ हम विधायकों को उचित और सभ्य भाषा का उपयोग करने के लिए भी कहेंगे.
विधायकों की दी जाएगी शब्दों की सूची
अध्यक्ष गिरीष गौतम ने कहा कि विधानसभा की अनुशासनात्मक समिति अप्रैल में होने वाले विधायकों के प्रशिक्षण से पहले शब्दों की सूची को बना लेगी. शब्दों की सूची को सभी विधायकों को दिया जाएगा. ताकि वो इस सूची के शब्दों का प्रयोग कार्यवाही के दौरान सदन में ना करें. इसी के ही साथ विधायक विधानसभा में चर्चा के दौरान सही व्यवहार करें इसके लिए विधानसभा सचिवालय विधायकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक कोड भी ला रहा है.
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