लिवर डैमेज (Liver Damage) होने के कारण एवं संकेत व बचाव के क्या-क्या तरीके हो सकते हैं?
सामान्यतः, असामान्य लिवर का पता निम्नलिखित सूचकों से होता है
- alanine transaminase (ALT) एलअनिन ट्रांस अमीनेज या SGPT
- aspartate aminotransferase (AST) एसपार्टेट अमीनो ट्रांस फेरेज या SGOT
- alkaline phosphatase (ALP) अल्कलाइन फॉस्फेट
- albumin एल्ब्यूमिन
- bilirubin बिलिरुबिन
- Total Protein टोटल प्रोटीन
- Gamma-glutamyltransferase (GGT) गामा ग्लूटामायल ट्रांस फेरेज
- L-lactate dehydrogenase (LD) एल लैक्टेट डी हाइड्रोजेनज़
- Prothrombin time (PT) प्रो थ्रोम्बिन टाइम
स्रोत:
ऊपर के 9 इंडिकेटर में से प्रथम 5 अति महत्वपूर्ण हैं। प्रथम 3 एंजाइम हैं जो भोजन को पचाने के काम में आते हैं और चौथा प्रोटीन है जो केवल लिवर में ही बनता है
इनका सामान्य रेंज नीचे दिया हुआ है।
- ALT/SGPT. 7 से 55 इकाई प्रति लीटर (U/L)
- AST/SGOT. 8 से 48 U/L
- ALP. 40 से 129 U/L
- Albumin. 3.5 से 5.0 ग्राम प्रति डेसीलिटर (g/dL)
- Bilirubin. 0.1 to 1.2 मिली ग्राम प्रति डेसीलिटर (mg/dL)
- Total protein. 6.3 to 7.9 g/dL
- GGT. 8 to 61 U/L
- LD. 122 to 222 U/L
- PT. 9.4 to 12.5 seconds
टेस्ट रिपोर्ट की विवेचना
ALT/SGPT एक एंजाइम है भोजन के प्रोटीन को ऊर्जा में बदलता है। इसकी बढ़ी मात्रा लिवर डैमेज को इंगित करता है
AST/SGOT भी एक एंजाइम है भोजन के अमीनो एसिड के उपापचय में काम आता है। इसकी बढ़ी मात्रा लिवर डैमेज, रोग या मांसपेशियों में डैमेज को इंगित करता है।
- (ALP) अल्कलाइन फॉस्फेट भी एक एंजाइम है भोजन के अमीनो एसिड को तोड़ने और पचाने के कार्य मे आता है। यह लिवर के अलावा हड्डियों में भी पाया जाता है। इसकी बढ़ी मात्रा लिवर / बोन डैमेज, को इंगित करता है।
एल्ब्यूमिन: लिवर में बननेवाला प्रोटीन है जो हमारी प्रतिरोधात्मक या इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। इसकी कम मात्रा लिवर डैमेज को इंगित करता है।
बिलिरुबिन : यह एक अवशिष्ट है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के ब्रेक डाउन से बनता है और मल मार्ग से निकल जाता है। इसकी बढ़ी मात्रा लिवर डैमेज या एनीमिया को इंगित करता है।
लिवर डैमेज (Liver Damage) होने के संकेत/लक्षण
- भोजन की इच्छा न होना
- कमजोरी
- थकान/ शक्ति के अभाव का अनुभव
- वजन में कमी
- जॉन्डिस/पीलिया
- पेट मे पानी का जमाव (ascites )
- असमान्य रंग का अवशिष्ट विसर्जन ( गहरे रंग का मूत्र या हल्के रंग का मल)
- nausea ( जी मिचलाना )
- उल्टी
- डायरिया
- पेट दर्द
- असामान्य कटाव या खून का बहना
लिवर डैमेज (Liver Damage) होने के प्रमुख कारण
1 इन्फेक्शन: परजीवी और वायरस लिवर को संक्रमित कर सकते हैं जिससे लिवर फूल जाता है और इसकी कार्यक्षमता घाट जाती है। ऐसे वायरस रक्त, सीमेन , दूषित भोजन/पानी या पूर्व संक्रमित व्यक्ति के निकट संसर्ग से फैलता है। सबसे सामान्य वायरस हैं हेपेटाइटिस ए, बी और सी।
2 असमान्य इम्यून सिस्टम
इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देनेवाली बीमारियों से भी लिवर पर दुष्प्रभाव पड़ता है। यथा ऑटो इम्यून हेपेटाइटिस, प्राइमरी बाई लियरी कोलेनजायटिस आदि
3 आनुवंशिक कारण
माँ, बाप से कोई असमान्य जीन संतान में आ जाने पर भी निम्नलिखित लिवर के रोग हो सकते हैं
- Hemochromatosis (हीमो क्रोमैटोसिस )
- Wilson's disease (विल्सन रोग)
- Alpha-1 antitrypsin deficiency (अल्फा 1 एन्टी ट्रीप्सीन डेफिशिएंसी )
4 कैंसर के कारण
- लिवर कैंसर
- बाईल कैंसर
- लिवर एडेनोमा
लिवर डैमेज (Liver Damage) होने के अन्य कारण
5 अत्यधिक शराब पीना या अल्कोहल डिसऑर्डर
6 परिवार के अन्य सदस्य को लिवर रोग होना
7 अत्यधिक वजन - खासकर जब डायबिटीज / उच्च रक्त दाब भी हो
8 दवाएँ - जिनसे लिवर डैमेज हो सकता है
9 एनीमिया या गॉल ब्लैडर रोग का होना
10 असुरक्षित सेक्स संबंध
बचाव
- शराब कम पीएं (पुरुष 2 पेग/दिन औरत 1 पेग/दिन ) । सप्ताह में 15/8 पेग क्रमशः पुरुष/स्त्री हेतु हैवी ड्रिंकिंग (जम कर शराब पीना) माना जाता है
- खून/सीमेन द्वारा संचार से बचाव: असुरक्षित सेक्स संबंध, टैटू (खासकर जहाँ साफ सफाई कम हो ) और सुई द्वारा ड्रग से बचें
- वैक्सीन लगवाएँ (हेपेटाइटिस हेतु)
- अपने से दवा न लें।
- शराब संग हरगिज़ कोई भी दवा न लें।
- अन्य व्यक्तियों के रक्त/द्रव स्राव के संपर्क में आने से बचें।
- खाना और पानी सुरक्षित रखें।
- एयरोसोल स्प्रे में सावधान रहें। बंद कमरे में तो हरगिज़ नहीं । कीटनाशक आदि के लिए मास्क पहनें
- कीटनाशक एवं रसायन/पेंट आदि के छिड़काव के समय दस्ताने, टोपी, एप्रन आदि द्वारा अपनी त्वचा को बचाएं।
- वजन को कम रखें (BMI 25 से कम )
चलते चलते लिवर पर एक नज़र डालना तो बनता है।
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