
किराए पर घर दिलाने के नाम पर ऐसे हो रहे हैं फ्रॉड, आप भी ऑनलाइन, इंटरनेट, वेबसाइट के भरोसे हैं तो संभल जाएं
दिल्ली पुलिस ने लोगों को अलर्ट किया है कि इन दिनों ऑनलाइन माध्यम से किराएदार ढूंढने वाले लोगों मकान मालिकों की ओर से निशाना बनाया जा रहा है
ऑनलाइन बैंकिंग की शुरुआत होने के साथ साइबर क्राइम के केस भी लगातार बढ़ रहे हैं. अब साइबर क्रिमिनल अलग अलग तरीके से लोगों को अपने चंगुल में फंसा रहे हैं. अब क्यूआर कोड के जरिए भी अलग अलग तरीके से घोखाधड़ी की जा रही है. इसी बीच, दिल्ली पुलिस ने लोगों को अलर्ट किया है कि इन दिनों ऑनलाइन माध्यम से किराएदार ढूंढने वाले लोगों मकान मालिकों की ओर से निशाना बनाया जा रहा है. ऐसे में जो लोग किराए पर घर ढूंढने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट्स का सहारा ले रहे हैं, उन्हें ध्यान रखने की आवश्यकता है.
ऐसे में आपको बताते हैं कि जब भी ऑनलाइन माध्यम से किराए पर घर लेने की सोचें या फिर घर किराए पर देने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही आपको बताएंगे दिल्ली पुलिस ने जिस तरह के क्राइम के लिए लोगों को अलर्ट किया है, वो क्राइम किस तरह से हो रहा है और उससे बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए…
क्या है दिल्ली पुलिस का अलर्ट?
दिल्ली के डीसीपी साइबरक्राइम नाम के ट्विटर अकाउंट पर इस अलर्ट की जानकारी दी गई है, जिसे फ्रॉड अलर्ट के नाम से पुलिस ने शेयर किया है. साथ ही गृह मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे साइबर सिक्योरिटी और साइबर सेफ्टी अवेयरनेस ट्विटर हैंडल ‘साइबर दोस्त’ ने भी इस जानकारी को शेयर किया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, मकान किराए देने के लिए ऑनलाइन प्रॉपर्टी पोर्टल पर डाला है तो ध्यान रखने की आवश्यकता है और किराएदारों की ओर से किए जा रहे फ्रॉड से बचने की आवश्कयता है. इसके अलावा इसी तरह से किराएदारों को भी ध्यान रखने की आवश्यकता है.
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट में लिखा है, ‘क्या आपने मकान किराए पर लगाने के लिए ऑनलाइन प्रॉपर्टी पोर्टल पर डाला है तो हो सकता है आपके पास ऐसी कॉल आए जिसमें संभावित किरायेदार जल्दी से एडवांस किराया देना चाहता हो. साथ ही QR Code भेजता है तो स्कैन करने के लिए रुक जाइए. स्कैन मत कीजिए. आपके अकाउंट से पैसे कट सकते हैं.’ दरअसल, कई साइबर क्रिमिनल जल्द से जल्द किराया भेजने के नाम पर एक क्यूआर कोड भेजते हैं, जिससे मकान मालिक के अकाउंट से पैसे कट जाते हैं और वो उनके चंगुल में फंस जाता है. साथ ही ऐसा किराएदार के साथ भी हो सकता है और कोई फेक फोटो डालकर आपके साथ ऐसा कर सकता है.
पैसे भेजने से पहले रखें ध्यान
ऐसे में जब भी किसी को भी पैसे भेजें तो कुछ खास बातों का ध्यान रखें. पहले अच्छे से जांच पड़ताल कर लें और इसके अलावा कोई भी क्यूआर स्कैन ना करें. क्यूआर पर भेजे भेजने से पहले देख लें कि यह अकाउंट का क्यूआर कोड है या पैसे रिक्वेस्ट करना का कोड है. इसके बाद ही पैसे भेजें. साथ ही आपको यह भी जानना चाहिए कि जब आपको किसी से पेमेंट लेना है तो क्यूआर कोड आपका ही होना चाहिए. अगर कोई अपना क्यूआर कोड भेजकर यह कहता है कि इसे स्कैन कीजिए और अपना पेमेंट लीजिए तो इसका मतलब है कि वे आपको ठगना चाहते हैं.
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