-->

CASH ON DELIVERY STORE ऑनलाइन शॉपिंग के लिए क्लिक करें

CASH ON DELIVERY STORE ऑनलाइन शॉपिंग के लिए क्लिक करें
FASHION OFFERS
ऐसा क्‍या हुआ कि 5 और 10 रुपये के सिक्कों में मिली इन कर्मचारियों को सैलरी, झोला भरकर ले जा रहे घर

ऐसा क्‍या हुआ कि 5 और 10 रुपये के सिक्कों में मिली इन कर्मचारियों को सैलरी, झोला भरकर ले जा रहे घर


मुंबई में BSET के कर्मचारियों को 15,000 रुपये तक की सैलरी सिक्कों और नोट के रूप में मिल रहा है. ​करीब दो महीने पहले बैंक के साथ कॉन्ट्रैक्ट के बाद भी स्ट्रॉन्ग रूम और डिपो पर कैश रखे जा रहे हैं

ऐसा क्‍या हुआ कि 5 और 10 रुपये के सिक्कों में मिली इन कर्मचारियों को सैलरी, झोला भरकर ले जा रहे घर
इन कर्मचारियों को सिक्कों और नोटों की मद में सैलरी का भुगतान किया जा रहा है. (सांकेतिक तस्वीर)

क्या आप एक महीने की अपनी सैलरी सिक्के और छोटी करेंसी नोट्स में लेना चाहेंगे? शायद नहीं. लेकिन मुबई में करीब 40 हजार कर्मचारियों को उनकी सैलरी 5 और 10 रुपये के सिक्कों में मिली है. इन कर्मचारियों के साथ ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, जब इन्हें महीने भर की सैलरी का कुछ हिस्सा किसी बैग या झोले में भरकर घर ले जाना पड़ रहा है. दरअसल, बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (BEST) के कर्मचारियों की सैलरी में से 15,000 रुपये सिक्के और करेंसी के रूप में मिले हैं.

BEST के ये इन कर्मचारियों को 15,000 रुपये तक की सैलरी सिक्कों में मिल रही है. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बेस्ट के पैनल सदस्य सुनील गनचार्य ने बुधवार को कमेटी बैठक ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों करोड़ों रुपये की नकदी को बैंक ​अकाउंट में डिपॉजिट नहीं किया जा रहा है? पिछले दो महीने से ये कैश मुंबई के वडाला स्थित BEST के कैश रूप में रखा गया था.

स्ट्रॉन्ग रूम में बड़ी संख्या में पड़े हैं कैश

उन्होंने कहा, ‘टिकट कलेक्शन उठाने के लिए जनवरी महीने में बैंक के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन हुआ था. लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है. बीईएसटी के स्ट्रॉन्ग रूम और डिपोट में बड़ी मात्रा में कैश कलेक्शन पड़ा हुआ है.’

बीईएसटी के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि 40 हजार कर्मचारियों को टिकट कलेक्शन के जरिए जुटाए गए पैसों से सैलरी का भुगतान किया गया है. इसमें 5 और 10 रुपये के सिक्के और 10 रुपये, 50 रुपये और 100 रुपये के नोट्स शामिल हैं. बैंक के साथ कॉन्ट्रैक्ट के बाद तय हुआ था कि टिकट कलेक्शन के जरिए मिलने वाले पैसे बैंक में ही डिपॉजिट किए जाएंगे. कर्मचारियों को उनकी पूरी सैलरी बैंक अकाउंट में ही भेजी जाएगी. लेकिन, अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. यही कारण कि इन कर्मचारियों को मार्च महीने के​ लिए 15,000 रुपये तक की सैलरी इन सिक्कों और नोट्स की मदों में दी गई है.

0 Response to "ऐसा क्‍या हुआ कि 5 और 10 रुपये के सिक्कों में मिली इन कर्मचारियों को सैलरी, झोला भरकर ले जा रहे घर"

Post a Comment

JOIN WHATSAPP GROUP

JOIN WHATSAPP GROUP
THE VOICE OF MP WHATSAPP GROUP

JOB ALERTS

JOB ALERTS
JOIN TELEGRAM GROUP

Slider Post