Madhya Pradesh State Symbols – मध्य प्रदेश राज्य के प्रतीक चिन्ह
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Madhya Pradesh State Symbols- मध्य प्रदेश राज्य के
प्रतीक चिन्ह निम्नलिखित हैं:
मध्य प्रदेश का राज्य चिन्ह
चिन्ह में सबसे बाहर चौबीस स्तूप अंकित हैं। इसके बाद एक वृत्त है, जो तरक्की और विकास की असीम संभावनाओं का द्योतक है। इस वृत्त के भीतर मध्य प्रदेश शासन और सत्यमेव जयते उत्कीर्ण है साथ ही राज्य की प्रमुख फसलें गेंहूँ और धान की बालियां भी अंकित हैं। केंद्रीय वृत्त में अशोक स्तम्भ की सिंह आकृति और राज्य वृक्ष बरगद को दर्शाया गया है।
दूधराज
मध्य प्रदेश का राजकीय पक्षी: दूधराज या शाह बुलबुल (पैराडइज फ्लाईकेचर)
इसे अन्य नाम टिटैनी, माहारैनी भी कहा जाता है| यह सुंदर पक्षी है जिसकी पहचान सफेद और काली कलंगी और लहराते सफेद पूछ से है| यह अपनी निश्चित आयु होने पर शरीर का रंग बदल लेता है|
बारहसिंघा
मध्य प्रदेश का राजकीय पशु: बारहसिंघा (ब्रेडरी जाति)
बारहसिंगा को दलदल का मृग (Rucervus duvaucelii) के नाम से भी जाना जाता है,जो हिरण की एक जाति है, जिसकी दुर्लभ प्रजाति के एकमात्र नेशनल पार्क कान्हा किसली में पाया जाता है|
लिली
मध्य प्रदेश का राजकीय पुष्प: लिली
सफेद लिली, लिलीएसी फेमिली का एक मेंबर है,जो एक प्रकार की साखीय पौधे हैं जो आकृति और सुंदरता के कारण विश्व विख्यात है| जिसका तना काफी ऊंचा होता है|
बरगद
मध्य प्रदेश का राजकीय वृक्ष: बरगद
यह मोरेसी कुल से सम्बंधित है जिसका वैज्ञानिक नाम ‘फ़ाइकस वेनगैलेंसिस’ है | जो हिंदू का एक पवित्र, पूजनीय और औषधि के महत्व का एक महत्वपूर्ण है|
महाशीर
मध्य प्रदेश की राजकीय मछली: महाशीर
महाशीर मछली जो प्रदूषण रोकने और पानी को स्वच्छ रखने में मदद करती है जिसका वैज्ञानिक नाम टोर-टोर है।
मलखम्ब
मध्य प्रदेश का राजकीय खेल: मलखम्ब
मलखंब एक प्राचीन खेल विधा है जिसमें एक मैदान के बीचो-बीच खंबा गाड़कर प्रतियोगी को खंबे के सहारे करतब दिखाना पड़ता है। खेल से किसी खिलाड़ी के पूरे शरीर का व्यायाम होता है।
माच
मध्य प्रदेश का राज्य नाट्य: माच
इसकी प्रस्तुति एक ऊँचे और खुले मंच के रूप में की जाती है। ‘ढोलक’ तथा ‘सारंगी’ के महत्वपूर्ण वाद्य है। प्रदेश में इसका सर्वाधिक प्रचार क्षेत्र मालवा अंचल के अंतर्गत आता है।
राई
मध्य प्रदेश का राज्य नृत्य: राई
यह बुंदेलखंड का मुख्य नृत्य है जो ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों के जन्म, विवाह के अवसरों पर उचित कार्य की पूर्ति होने पर राई का आयोजन किया जाता है। इसमें एक नर्तकी होती है जिसे ‘बेड़नी’ कहाँ जाता है।
सोयाबीन
मध्य प्रदेश की राज्य फसल: सोयाबीन
सोयाबीन प्रमुख तिलहनी फसल है। भारत के लगभग 80% सोयाबीन का उत्पादन अकेले इसी राज्य में होता है। सर्वाधिक बड़ा उत्पादक राज्य होने के कारण ही इसे ‘सोया स्टेट’ के नाम से भी जाना जाता है।
India-China Face Off: Ladakh सीमा पर दोनों देश बढ़ा रहे सैन्य पावर चीनी मिसाइलों को जवाब देने के लिए भारत तैयार दोनों देशों के पास एक से बढ़कर एक मिसाइलें, लेकिन चीन अभी आगे नई दिल्ली। भारत-चीन ( India-China Face Off ) के बीच विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। लद्दाख ( Ladakh ) के गलवान घाटी ( Galwan Valley ) में हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच माहौल काफी गर्म है। वहीं, वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर दोनों देशों ने सैन्य शक्ति बढ़ानी शुरू कर दी है। आलम ये है कि LAC पर चीन एयरफोर्स ( Air Force ) भी काफी करीब है। वहीं, बॉर्डर से सटे इलाकों मेॆं चीनी सैनिकों की सख्या भी काफी बढ़ गई है। चीन को माकूल जवाब देने के लिए भारत तैयार रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने बॉर्डर ( India-China Border ) इलाके में कई बेस भी तैयार किए हैं, जहां से उसके लड़ाई विमान लगातार उड़ान भर रहे हैं। वहीं, चीन की इस एक्टिविटी को देखते हुए भारत ने भी अपने एयर डिफेंस सिस्टम को अलर्ट कर दिया है। LAC पर भारत ने भी सैन्य शक्ति बढ़ा दी है और अगर चीन की ओर से कोई हरकत किया जाता है तो भारत भी माकूल जवाब देने के लिए तैयार है।
मकर संक्रांति मकर संक्रांति का भारतीय धार्मिक परम्परा में विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ कर मकर राशि में प्रवेश कर उत्तरायण में आता है। शास्त्रों के अनुसार यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है और इसीलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान का विशेष महत्व है। मकर संक्रांति परंपरागत रूप से 14 जनवरी या 15 जनवरी को मनाई जाती आ रही है। मकर संक्रांति में ‘मकर’ शब्द मकर राशि को इंगित करता है जबकि ‘संक्रांति’ का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। एक राशि को छोड़कर दूसरे में प्रवेश करने की इस विस्थापन क्रिया को संक्रांति कहते हैं। शास्त्रों के नियम के अनुसार रात में संक्रांति होने पर अगले दिन भी संक्रांति मनाई जाती है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन से अपनी दिशा बदलकर उत्तरायण हो जाता है अर्थात सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ने लगता है, जिससे दिन की लंबाई बढ़नी और रात की लंबाई छोटी होनी शुरू हो जाती है। भारत में इस दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत मानी जाती है। अत: मकर संक्रांति को उत्तरायण के नाम से भी जाना जाता है। तम
ग्वालियर - बड़ी ख़बर। महाराजपुरा पुलिस को मिली बड़ी सफलता शातिर चोर पकडे 10 लाख का माल बरामद। महाराजपुरा पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा चोरों का ग्रुप महाराजपुरा थाना प्रभारी मिर्ज़ा आसिफ बेग और उनकी टीम के द्वारा कार्यवाही की गई। महराजपुरा टीम को बड़ी सफलता हासिल हुई। 10 लाख का माल भी बरामद किया गया। महाराजपुर टीआई मिर्जा बेग ने बताया चोरों से 6 एलसीडी 8 लैपटॉप दो होम थिएटर 6 मोबाइल फोन एक स्कूटी टेबल फैन सिलेंडर बरामद हुआ है उनसे करीब 4 चोरियों का खुलासा हुआ है करीब 10 चोरियां कि गिरोह ने हामी भरी है
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