
Petrol की टेंशन छोड़िए: महज 7 रुपये में 35 KM दौड़ेगी Bike, एमपी के उषाकांत की तरह करना होगा ये काम
उषाकांत की बाइक पुरानी थी और रजिस्ट्रेशन भी खत्म हो गया था. कबाड़ में बेचते तो मामूली पैसे मिलते. ऐसे में उन्होंने अपनी बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक में बदल डाला
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों (Petrol Diesel Price Hike) के बीच बाइक, कार वगैरह चलाना काफी महंगा साबित हो रहा है. तेल की बढ़ते दामों ने आम आदमी का बजट गड़बड़ा दिया है. लोग विकल्पों की तलाश कर रहे हैं. वहीं, सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों और ईंधन के अन्य विकल्पों पर जोर दे रही है. इस बीच मध्य प्रदेश के बैतूल के एक व्यक्ति ने शानदार रास्ता (Convert Motorcycle to Electric Bike) निकाला है.
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच लोग अब इलेक्ट्रिक वाहन की जरूरत महसूस करने लगे हैं. पेट्रोल से चलने वाली बाइक से ऑफिस, स्कूल-कॉलेज या वर्कफील्ड जाने वाले लोग यही सोच रहे हैं कि उनके पास इलेक्ट्रिक बाइक होती तो कितना शानदार होता. एक बार चार्ज करते और काम पर निकल लेते. फिर पेट्रोल की कीमत बढ़े या घटे, उन्हें मतलब नहीं रह जाता.
हालांकि हर किसी के लिए तुरंत इलेक्ट्रिक बाइक (Electric Bike) खरीदना संभव तो नहीं! लेकिन अगर आपकी पेट्रोल से चलने वाली बाइक ही इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील हो जाए, तो कैसा रहेगा? है न कमाल की बात! दरअसल, बैतूल बिजली विभाग के कार्यरत लाइन हेल्पर उषाकांत ने यही किया है. उन्होंने पेट्रोल से चलने वाली अपनी बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील कर दिया है.
7 रुपये के खर्च में 35 किलोमीटर का सफर
उषाकांत की बाइक 100 रुपये का पेट्रोल भरवाने पर करीब 40 किलोमीटर की दूरी तय करती थी. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उषाकांत ने ऐसा जुगाड़ लगाया कि 100 रुपये में 40 किलोमीटर चलने वाली उनकी बाइक महज 7 रुपये के खर्च में 35 किलोमीटर का सफर तय करने लगी है. बैतूल बिजली विभाग में लाइनमैन उषाकांत के पास 18 साल पुरानी बाइक थी, जिसे उन्होंने इलेक्ट्रिक बाइक बना डाला है. ये बाइक बिना पेट्रोल के चलती है और प्रदूषण भी नहीं फैलाती है.
4 बैटरी लगाई, एक मोटर लगाया और कर दिया कमाल
उषाकांत के मुताबिक, उन्होंने अपनी बाइक में 12 वाट की 4 बैटरी लगाई और इसके साथ एक मोटर को जोड़ दिया. सभी बैट्री चार्ज होने में 6 घंटे का समय लेती है. एक बार चार्ज करने के बाद बाइक 35 किलोमीटर चलती है. बाइक चार्ज करने में एक यूनिट बिजली खर्च होती है.
यानी महज 7 रुपये की एक यूनिट बिजली में 35 किलोमीटर बाइक चल रही है. उनका कहना है कि बढ़ती महंगाई के बीच कोई नई इलेक्ट्रिक बाइक खरीदने में कम से कम 90,000 से एक लाख रुपये तक का खर्च आता है. ऐसे में पुरानी बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक बना लेना फायदेमंद साबित हुआ है.
इलेक्ट्रिक बाइक बनाने में आया 28 हजार का खर्च
उषाकांत के मुताबिक, उनकी बाइक पुरानी थी और रजिस्ट्रेशन भी खत्म हो गया था. कबाड़ में बेचते तो मामूली पैसे मिलते. ऐसे में उन्होंने अपनी बाइक को इलेक्ट्रिक बाइक में बदल डाला. बैट्री, मोटर वगैरह लगाने में उन्हें करीब 28 हजार रुपये का खर्च बैठा. इस बाइक से प्रदूषण भी नहीं हो रहा और पेट्रोल का खर्च भी बच रहा है. पहले पेट्रोल वाली बाइक में उन्हें जहां हर रोज 80 से 100 रुपये का खर्च आता था, लेकिन अब हर महीने ढाई हजार रुपये तक की बचत हो रही है.
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