
मध्यप्रदेश में सियासी घमासान / पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने सिंधिया का नाम लिए बगैर कहा- उनका तो इतिहास गवाह है, मंत्रिमंडल का नाम तय होते ही बड़ा विस्फोट होगा
- शिवराज का पहले चेहरा अच्छा था, अब मुरझा गया, वे मसूस कर रहे भाजपा ने उन्हें चक्रव्यू में फंसा दिया
- सत्ता के लिए चुनी सरकार को गिराया, संविधान के जानकार मौन रहे, न्यायपालिका ने कोरोना को अनदेखा किया
भोपाल. भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर कांग्रेस सरकार ने हमलावर तेवर अपनाते हुए एक के बाद एक आरोपों की झड़ी लगा दी। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सिंधिया का नाम लिए बिना बोले- उनका तो इतिहास गवाह है। वह अब सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ कर रहे हैं। मंत्रिमंडल बनते ही बड़ा विस्फोट होगा। भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है। उसे इन उपचुनाव में इसका जवाब जनता को देना होगा।
आज आम जनता सड़क पर आई है। सरकार अपने 100 की दिन उपलब्धि और मंत्रिमंडल के विस्तार में लगी है। इस पवित्र धरती पर जनता की सरकार गिराने का अपराध भाजपा ने किया है। शिवराज का चेहरा देखो। पहले अच्छा लगता था। अब मुरझा गया है। अब वे भी सोच रहे हैं कि भाजपा ने उन्हें चक्रव्यू में फंसा दिया। एक मुख्यमंत्री के पास ही मंत्रिमंडल बनाने के अधिकार संविधान ने दिए हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में सब-कुछ दिल्ली से तय हो रहा है। सभी वहां चक्कर लगा रहे हैं। जनता सब देख रही है। जल्द ही उपचुनाव में जनता इसका जवाब देगी। मानव तस्करी कर विधायकों की खरीद-फरोख्त कर लोकतंत्र की पीठ पर छुरा घोपने का काम भाजपा ने किया है। मोदी को खरीद-फरोख्त को लेकर चिट्ठी लिखी है। मोदी के बस की बात नहीं सरकार चलाना। सब अंबानी-अडानी के हाथ में है। सरकार में नरोत्तम से लेकर नरेंद्र सिंह तोमर, सिंधिया और आरएसएस के गुट हैं।

एनपी प्रजापति बोले- भाजपा सरकार अवैधानिक सरकार
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कहा कि देश के कई प्रदेशों में जब विधानसभा स्थगित हुई और मैंने भी किया तो मेरा मजाक उड़ाया गया था। न्यायपालिका ने भी कोरोना को नजरअंदाज किया। एमपी में कोरोना तेजी से फैला, क्योंकि सरकार बनाने के चक्कर में ध्यान नहीं दिया गया। प्रदेश में कोरोना से मरने वालों के लिए सीएम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिम्मेदार हैं। यह सरकार अवैधानिक है। इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी भी उपस्थित रहे।
0 Response to "मध्यप्रदेश में सियासी घमासान / पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने सिंधिया का नाम लिए बगैर कहा- उनका तो इतिहास गवाह है, मंत्रिमंडल का नाम तय होते ही बड़ा विस्फोट होगा"
Post a Comment