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मंत्रिमंडल विस्तार / सिंधिया समर्थक चार पूर्व मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिलना तय; बिसाहूलाल, डंग, कंषाना और राजवर्धन भी रेस में

मंत्रिमंडल विस्तार / सिंधिया समर्थक चार पूर्व मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिलना तय; बिसाहूलाल, डंग, कंषाना और राजवर्धन भी रेस में


  • मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद मप्र में कमलनाथ सरकार गिर गई थी। भाजपा ने सिंधिया को राज्यसभा भेजा है। - फाइल फोटोमार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद मप्र में कमलनाथ सरकार गिर गई थी। भाजपा ने सिंधिया को राज्यसभा भेजा है। - फाइल फोटो

  • ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भोपाल में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे, आज का दौरा टला
  • सिंधिया समर्थक दो पूर्व मंत्रियों सिलावट और गोविंद सिंह को पहले ही बनाया जा चुका है मंत्री


भोपाल. सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए छह मंत्रियों में दो को मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में मंत्री बनाया गया है। वहीं बाकी बचे चार नेताओं का बुधवार को संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री बनाया जाना तय है। मंत्रिमंडल के विस्तार कार्यक्रम में सिंधिया भी शामिल होंगे। वह आज भोपाल पहुंचने वाले थे, लेकिन विस्तार कार्यक्रम टलने की वजह से उनका दौरा भी स्थगित हो गया है।

प्रदुद्म्न सिंह तोमर।  

ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में 22 विधायकों ने कांग्रेस और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इनमें छह मंत्री- तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर और महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल थे। इसमें से गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट को मंत्री बनाया जा चुका है।

इमरती देवी। 

इसके साथ ही रणवीर जाटव, ऐंदल सिंह कंषाना, हरदीप सिंह डंग, बिसाहूलाल सिंह और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव भी मंत्री पद की रेस में शामिल हैं। हालांकि ऐंदल सिंह कंषाना, हरदीप सिंह डंग और बिसाहूलाल सिंह को सिंधिया समर्थक नहीं माना जाता है।

महेंद्र सिंह सिसोदिया। 

मार्च में सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे
राज्य में मार्च माह के राजनैतिक घटनाक्रमों में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था और उनके समर्थक छह मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। इन विषम परिस्थितियों में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 मार्च को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था और 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी।

प्रभुराम चौधरी। 
हरदीप सिंह डंग। 
राजवर्धन सिंह दत्तीगांव। 
रणवीर जाटव। 
ऐंदल सिंह कंषाना। 
बिसाहूलाल सिंह। 

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